Tag: Nishant Rana

क्या यह संभव है कि किसी समाज में परिवार और संबंध सामंती मानसिकता से जिए जाते हो और देश और उसकी सरकारें लोकतांत्रिक हो जाए

स्त्री पुरुष को अपने सम्बंध चुनने के अधिकार नहीं है बड़े गर्व और सामाजिक सहमति के साथ हत्याएं होती रही…

जिंदा

फेसबुक पर लिखने वाले जिंदा रहते है।व्हाट्सएप्प पर खून खौलाने वाले जिंदा रहते है।बदला लेने की बात कहने वाले राजनेता…

किसानों की जमीन पूंजीपतियों द्वारा जबर्दस्ती छीनी जाती है या हम किसान को मजबूर कर देते है ऐसा करने पर

आए दिन हम सुनते रहते है की कोर्पोरेट किसानों की जमीन हथियाती जा रही है इसके आगे भी यह सुनते…